niilchakr meaning in hindi
नीलचक्र के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- जगन्नाथ जी के मंदिर के शिखर पर माना जानेवाला चक्र
- एक दंडक वृत्त जो ३० अक्षरों का होता है और अशोक पुष्प मंजरी का एक भेद है, इसमें 'गुरु लघु' १५ बार क्रम से आते हैं, यथा,—जानि कै समै भुवाल राम राज साज साजि ता समै अकाज काज कैकई जु कीन
नीलचक्र के तुकांत शब्द
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