ओऊ

ओऊ के अर्थ :

  • स्रोत - हिंदी

ओऊ के ब्रज अर्थ

सर्वनाम

  • वह भी

ओऊ के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • वह भी

ओऊ के अवधी अर्थ

सर्वनाम, विशेषण

  • वह भी; वऊ (दे०) का प्र० रूप जो दोनों लिंगों में एक सा रहता है; नपुं० के लिए 'उहौ' जो निरादर सूचक है। रामायण में ये दोनों शब्द 'सोई' तथा 'सोऊ रूप में आये हैं

ओऊ के तुकांत शब्द

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