paa.nn meaning in braj
पाँन के ब्रज अर्थ
-
दुबारा न आना
उदाहरण
. कबहूँ फिरि पाँउ न देहो इहाँ । . कबहूँ फिरि पाँउ न देहो इहाँ ।
पाँन के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- नागवल्ली, एक पत्ता जिस पर चूना, कत्था लगाकर तथा सुपाड़ी, लौंग, इलायची डालकर मुख शुद्धि या शौक के लिए खाया जाता है, यह आदर सम्मान का प्रतीक भी है, पूजन के काम भी आता है, खान-पान शब्द युग्म में प्रयुक्त
पाँन के तुकांत शब्द
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