पार

पार के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

पार के मगही अर्थ

संज्ञा

  • नदी आदि का दूसरा या सामने का तट या किनारा, तरफ, तीर, यथा: सोन पार, गंगा पार, पारअहरा; सामने का छोर;
  • भांज, बारी, किसी को खिलनने, मवेशी चराने, रखवाली, सिंचाई आदि की बारी, शक्ति या सामर्थ्य का पता लगाना

अव्यय

  • आगे, दूर, परे, हटकर तरफ, यथाः ई पार

पार के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • the other coast/bank/side, extremity
  • limit
  • conclusion
  • end

Adjective

  • past, last
  • next

Adverb

  • across, on the other side/bank/coast

पार के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • झील, नदी, समुद्र आदि का दूसरी ओर का किनारा
  • किसी काम या बात का अंतिम छोर या सिरा
  • किसी दूर तक फैली हुई वस्तु के विशेषतः नदी, समुद्र, झील, ताल आदि जलाशयों के आमने सामने के दोनों किनारों में उस किनारे से भिन्न किनारा जहाँ (या जिसकी ओर) अपनी स्थिति हो , दूसरी ओर का किनारा , अपर तट की सीमा , जैसे,— (क) यह नाव पार जायगी , (ख) जंगल के पार गाँव मिलेगा , (ग) वे पार से आ रेह हैं , (घ) नदी पार के आम अच्छे होते हैं

    विशेष
    . इस शब्द के साथ सप्तमी की विभक्ति 'मे' प्रायः लुप्त ही रहती है, इससे इसका प्रयोग अव्ययवत् ही जान पड़ता है ।

    उदाहरण
    . अंगद कहइ जाऊँ मैं पारा । जिय संसय कछु फिरती बारा ।

  • विस्तार या व्याप्ति की चरम सीमा या हद
  • सामनेवाला दूसरा पार्श्व , दूसरी तरफ , जैसे— (क) तीर कलेजे से पार होना , (ख) गेंद का दीवार के पार जाना

    विशेष
    . यदि कोई दूसरे मार्ग से जहाँ वह वस्तु न पड़ती हो जाकर उस वस्तु की दूसरी ओर पहुँच जाय तो उसे पार करना न कहेंगे । पार करने का अभिप्राय है वस्तु से होकर उसकी दूसरी तरफ पहुँचना ।

  • आमने सामने के दोनों किनारों में से एक दूसरे की अपेक्षा से कोई एक , किसी वस्तु के पूरे विस्तार के बीचोबीच से गई हुई कल्पित रेखा के दोनों छोरों पर पड़नेवाले तटों या पार्श्वों में से कोई एक , ओर , तरफ , जैसे,— (क) नदी के इस पार से उस पार तुम नहीं जा सकते , (ख) दीवार में इस पार से उस पार तक छेद हो गया , (ग) जब पोस्ती ने पी पोस्त तब कूँड़ी के इस पार या उस पार , — हरिश्चंद्र (शब्द॰)

    विशेष
    . इस शब्द का प्रयोग उसी किनारे या पार्श्व के अर्थ में होगा जिसका कथन सामने के दूसरे किनारे या पार्श्व का संबंध लिए हुए होगा । जैसे, इस पार कहने से यह समझा जाता है कि कहनेवाले के ध्यान में दोनों किनारे हैं जिनमें से वह एक ही ओर इंगित करता है । यही कारण है, जिससे 'इस' और 'उस' की जगह 'एक' और 'दो' संख्यावाचक पदों का प्रयोग इस शब्द के पहले नहीं करते । 'एक पार से दूसरे पार तक' नहीं बोला जाता । इसी प्रकार दोनों 'किनारे' के अर्थ में 'दोनों पार' बोलना भी ठीक नहीं जान पड़ता । संख्यावाचक शब्द तब रख सकते जब 'पार' का व्यवहार सामान्यतः (बिना किसी विशेषता के) 'किनारा' के अर्थ में होता है । पर उसका प्रयोग सापेक्ष है ।

  • जलाशयों में सामने या दूसरी ओर का तट या किनारा

    उदाहरण
    . नदी के पार पर खड़ा वह नाव का इन्तजार कर रहा है ।

  • छोर , अंत , अखीर , हद , परिमिति
  • सामने वाला दूसरा पार्श्व या दूसरी तरफ

    उदाहरण
    . अँधेरा होने से पूर्व हमें जंगल के पार चले जाना चाहिए ।


अव्यय

  • परे, आगे, दूर, लगाव से अलग

    उदाहरण
    . विप्र, धेनु, सुर, संत हित लीन्ह मनुज अवतार । निज इच्छा निर्मित तनु माया गुन गो पार ।


विशेषण

  • अन्य, पर, पराया, दे॰ 'पर'

    उदाहरण
    . पार कइ सेवइ राज दुवार ।


क्रिया-विशेषण

  • नदी, झील, सड़क आदि की दूसरी ओर

    उदाहरण
    . हम नाव से पार आए ।

पार से संबंधित मुहावरे

पार के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • भाग छोर, अन्त, हद

अव्यय

  • आगे दूर

पार के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • किनारा

पार के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दूसरी तरफ. 2. नदी आदि का दूसरा किनारा

पार के कुमाउँनी अर्थ

पा्र

संज्ञा, पुल्लिंग

  • नदी या समुद्र आदि का दूसरी ओर का किनारा, किसी वस्तु का दूसरा किनारा; (अ.)-परे, दूर, (क्रि०)-पार लगाना, किया जा सकना, गुजारा होना

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पारा, एक द्रव्य धातु

संज्ञा

  • पारद, मरकरी

पार के गढ़वाली अर्थ

विशेषण, पुल्लिंग

  • नदी, आदि का दूसरी ओर का भू-भाग या किनारा; दूसरी ओर, दूर

Adjective, Masculine

  • far away, band on the other side of river or hill.

पार के बघेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • किसी का पक्ष, वादा निभाकर पूरा करना, एक तरफ का पहलू, पार लगाना

अव्यय

  • एक छोर से दूसरे छोर

पार के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पहार, तालाब, नदी या कुँए का किनारा, जुए का वह भाग जो जोतते समय बैलों की गर्दन पर रखा जाता है गाड़ी के दोनों चकों में फँसी आड़ी लकड़ी,

    उदाहरण
    . उदा. पार पाबो-किसी वस्तु के अन्त तक पहुँचना, पार लगबो- किनारे पहुँचना, पार लगाबो-निर्वाह करना, पार होबो दूसरे, किनारे या उस पार पहुँचना, काम पूरा कर लेना, कहा. पार भये तो पार हैं, डूब गये तो पार-परिणाम हर हालत में अच्छा होगा, यह सोच कर किसी काम को करने का निश्चय करना।

पार के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • नदी आदि का दूसरा किनारा ; हद , सीमा ; अंत

सकर्मक क्रिया

  • गिराना ; पछाड़ना; सम्मिलित करना; डालना

    उदाहरण
    . बीच पारि के मोहिं इन, मो सो पार्यो वीच ।

  • पालन करना

    उदाहरण
    . जो काज कपूता तें सर, तो कौन सपूता पारिय ।


अकर्मक क्रिया

  • सकना; करने में समर्थ होना

पार के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • नदीक वा सीमाक अपर तट
  • सीमा, हद, अन्त
  • अपार दुःख

  • पर्याय-क्रम, पारी

Noun

  • opposite side of road/river etc.
  • limit, extent, end.

    उदाहरण
    . पार पाएब


  • term, turn.

पार के मालवी अर्थ

  • पाल, दूसरे किनारे।

संज्ञा

  • पसली की हड्डियाँ, सीमांत, पाल, दूसरा किनारा।

अन्य भारतीय भाषाओं में पार के समान शब्द

उर्दू अर्थ :

पार - پار

हद - حد

पंजाबी अर्थ :

पार - ਪਾਰ

गुजराती अर्थ :

पार - પાર

तीर - તીર

हद - હદ

सीमा - સીમા

छेडो - છેડો

अंत - અંત

कोंकणी अर्थ :

पलतडी

शीम

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