paatrdushTras meaning in hindi

पात्रदुष्टरस

  • स्रोत - संस्कृत

पात्रदुष्टरस के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • केशवदास के मत से एक प्रकार का रसदोष, जिसमें कवि जिस वस्तु को जैसा समझता है रचना में उसके विरुद्ध कर जाता है, एक ही वस्तु के विषय में ऐसी बातें कह जाना जो एक दूसरे के विरुद्ध या बेमेल हों, रचना में ऊटपटाँग अविचारयुक्त बातें कह जाना

    उदाहरण
    . कपट कृपानी मानी, प्रेमरस लपटानी, प्राननि को गंगा जी को पानी सम जानिए । स्वारथ निधानी परमारथ की रज- धानी, काम की कहानी केशोदास जग मानिए । सुबरन उर- झानी, सुधा सो सुधार मानी सकल सयानी सानी ज्ञानी सुख दानिए । गौरा और गिरा लजानी मोहे पुनि मूढ़ प्रानी, ऐसी बानी मेरी रानी विषु के बखानिए ।

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