pahile pahar ma.i.n sab ko.ii jaaga.i, dusre pahar ma.i.n bhogii, tisre pahar ma.i.n rogii jaaga.i, cha.uthe pahar ma.i.n jogii meaning in kannauji

पहिले पहर मइँ सब कोई जागइ, दुसरे पहर मइँ भोगी, तिसरे पहर मइँ रोगी जागइ, चउथे पहर मइँ जोगी

पहिले पहर मइँ सब कोई जागइ, दुसरे पहर मइँ भोगी, तिसरे पहर मइँ रोगी जागइ, चउथे पहर मइँ जोगी के कन्नौजी अर्थ

पहिले पहरु मइँ सब कोई जागइ, दुसरे पहरु मइँ भोगी, तिसरे पहरु मइँ रोगी जागइ, चउथे पहरु मइँ जोगी

  • रात्रि के प्रथम प्रहर में सब जागते हैं, दूसरे प्रहर में भोगी, तीसरे में रोगी और चौथे प्रहर में योगी जागते हैं

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