पेट

पेट के अर्थ :

पेट के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर का वह खोखला अंग जिसमें भोजन का पाक होता है, उदर. 2. मन, दिल 3. गर्भ, हमल. 4. किसी खोखली वस्तु का भीतर का भाग

पेट के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • the belly, abdomen, stomach
  • womb
  • mind
  • the front side of a thing as opposed to the back (as रोटी का पेट)
  • (fig.) livelihood

पेट के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर में थैले के आकार का वह भाग जिसमें पहुँचकर भोजन पचता है , उदर

    विशेष
    . बहुत ही निम्न कोटि के जीवों में गले के नीचे का प्रायः सारा भाग पेट का ही काम देता है कुछ जीव ऐसे भी होते हैं जिनमें किसी प्रकार की पाचन क्रिया होती ही नहीं और इसलिये उनमें पेट भी नहीं होता । पर उच्च कोटि के जीवों के शरीर के प्रायः मध्य भाग में थैले के आकार का एक विशेष अंग होता है जिसमे पाचन रस बनता और भोजन पचता है । मनुष्यों और चौपायों आदि में यह अंग पसलियों के नीचे और जननेंद्रिय से कुछ ऊपर तक रहता है । पाचक रस बनाने और भोजन पचानेवाले सब अंग; जैसे, आमाशय, पक्वाशय, जिगर, तिल्ली, गुरदे आदि इसी के अंतर्गत रहते हैं । इसी के नीचे का भाग कटोरे के आकार का होता है जिसमें आँतें और मुत्राश्य रहता है । कुछ जीवों जैसे पक्षियों आदि, में एक के बदले दो पेट होता है ।

  • पृ॰ २३१ , (कोई वस्तु) पेट से निकालना = किसी के द्वारा उड़ाई या छिपाकर रखी हुई वस्तु को प्राप्त करना , हजम की हुई चीज पाना
  • गर्भ , हमल
  • पेट के अंदर की वह थैली जिसमें खाद्य पदार्थ रहता और पचता है , पचौनी , ओझर
  • चक्की के पाटों का वह तल जो दोनों को जोड़ने से भीतर पड़े
  • सिल आदि का वह भाग जो कूटा हुआ और खुरदरा रहता है और जिसपर रखकर कोई चीज पीसी जाती है
  • अंतःकरण , मन , दिल

    उदाहरण
    . चेटकी चवाइन के पेट की न पाई मैं ।

  • पोली वस्तु के बीच का या भीतरी भाग , किसी पदार्थ के अंदर का वह स्थान जिसमें कोई चीज भरी जा सके , जैसे, बड़े पेटे की बोतल
  • बंदूक या तोप में का वह स्थान जहाँ गोली या गोला भरा जाता है ९
  • गुंजाइश , समाई
  • रोजी , जीविका , जैसे,—पेट के लिये सभी को कुछ न कुछ कान करना पड़ता है
  • थैला
  • पिटारा, संदूक
  • समूह, राशि, ढेर
  • उँगलियों के साथ खुली हुई हाथ की हथेली, थप्पड़, झापड़
  • पोली वस्तु के बीच का या खाली भाग

    उदाहरण
    . ढोल का पेट उसके आकार के अनुरूप ही छोटा या बड़ा होता है ।

  • शरीर में छाती के नीचे तथा पेड़ू के ऊपर का अंश या भाग

    उदाहरण
    . तीन दिन से खाना न खाने के कारण उसका पेट पीठ से सटा हुआ था ।

  • अजन्मे कशेरुकी की विकसित जन्तु की पहचाने जाने योग्य मुख्य विशेषताएँ दर्शाती विकास की अवस्था
  • गर्भाधान के समय से लेकर बच्चे के जन्म लेने तक की अवस्था
  • भोजन का उपभोक्ता माना जानेवाला व्यक्ति
  • पेट के अंदर का वह थैलीनुमा भाग जिसमें भोजन किए हुए पदार्थ इकट्ठे होते और पचते हैं
  • प्राणियों में अनुभव, संकल्प-विकल्प, इच्छा, विचार आदि करने वाली शक्ति
  • स्त्रियों के पेट का वह स्थान जिसमें गर्भ या बच्चा रहता है
  • शरीर का मध्य भाग जिसमें भोजन के पाचन से संबंधित अंग होते हैं
  • उक्त अंग के भीतरी भाग की वह थैली जिसमें पहुँचकर खाया हुआ भोजन पचता है, आमाशय, ओझर, पचौनी, विशेष-पेट में होनेवाले विकारों तथा उसकी आवश्यकताओं से संबंधित पद और मुहावरे इसी अर्थ के अंतर्गत आये हैं, पद-पेट का कुता जो केवल भोजन के लालच से सब कुछ करता या कर सकता हो, केवल पेट के लिए सब कुछ करनेवाला, पेट का धंधा , रसोई बनाने का काम या व्यवस्था, जैसे-स्त्रियाँ सबेरे उठते ही पेट के धंधे में लग जाती हैं, जीविका-निर्वाह के लिए किया जानेवाला उद्योग, काम-धंधा, पेट को आग भख, क्षुधा, पेट के लिए इस उद्देश्य से कि पेट भरने का साधन बना रहे, उदर पूर्ति या जीविका-निर्वाह के लिए, मुहा०-पेट अफरना पेट में ऐसा विकार होना कि वह वायु से भर और फूल जाय, पेट आना-पतले दस्त आना, (वव०) पेट और पीठ एक हो जाना या पेट पीठ से लग जाना बहुत भूख लगना, बहुत अधिक दुबला हो जाना, (अपना) पेट काटना पैसे बचाने के लिए कम खाना, इसलिए कम खाना कि पैसों की कुछ बचत हो, (किसी का) पेट काटना ऐसा काम करना जिससे किसी को खाने के लिए आवश्यक या उचित से कम अन्न या धन मिले, जैसे- गरीब का पेट नहीं काटना चाहिए, पेट का पानी तक न हिलना कुछ भी कष्ट या परिश्रम न पड़ना, जरा भी तकलीफ या मेहनत न होना, पेट का पानी न पचना किसी काम या बात के लिए इतनी उत्सुकता और विकलता होना कि उसके बिना रहा न जा सके, पेट को आग बुझाना पेट में भोजन पहुँचाना, खाकर भूख मिटाना, (किसी को) पेट को मार देना (या मारना), भूखा रखना, भोजन न देना
  • शरीर के मध्य भाग का वह सामनेवाला अंग जो छाती के नीचे और पेड़ के ऊपर रहता है और जिसके भीतरी भाग में आमाशय, गुरदा, प्लीहा, यकृत आदि अंग होते हैं

हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • रोटी का वह पार्श्व जो पहले तवे पर डाला जाता है

पेट से संबंधित मुहावरे

पेट के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर के भीतर का वह भाग जहाँ पहुँचकर भोजन पचता है, उदर, चक्की का भीतर भाग, जीविका

पेट के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • पेट, गर्भ, भेद, जीवन यात्रा

पेट के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • थैला, पिटारा, शरीर का खोखला अंग, उदर, पेट-इसे लाद, लधड़ भी कहते हैं; गर्भदानी

पेट के गढ़वाली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर में छाती के नीचे का वह भाग, जिसमें पहुँच कर भोजन पचता है, उदर
  • भीतर; गर्भ
  • अन्तःकरण, मन, दिल

Noun, Masculine

  • belly, stomach
  • inside, embryo.
  • conscience, mind, heart.

पेट के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उदर, शरीर के मध्य का अगला भाग, गर्भ,

पेट के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • उदर ; गर्भ ; मन , अंतःकरण ; रहस्य , भेद

पेट के मगही अर्थ

हिंदी ; संज्ञा

  • शरीर के अंदर का थैला जिसमें खाया हुआ भोजन जमा होता और पचता है, आमाशय; नदी, नहर आदि का तल; चक्की के दो पाटों के बीच की जगह; गर्भ, हमल; रोजी, जीविका, आहार भोजन; मन, अंत:करण; गुंजाइश, समाइत

पेट के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • उदर
  • गर्भ
  • पात्रक भितरका जगह
  • गूढ़ आशय, नेत
  • गूढ़ अभिसन्धि/इङ्गित
  • जीविका, भरण-पोषण

Noun

  • belly, stomach, abdomen.
  • womb, pregnancy, spl illegitimate one.
  • space in a receptacle.
  • intention.
  • Connivance.
  • support, livelihood.

पेट के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • उदर।

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