pipiitakii meaning in hindi
पिपीतकी के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
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वैशाख शुक्ल द्वादशी
विशेष
. भविष्य पुराण में यह व्रत का दिन कहा गया है। पहले पहल इसको पिपीतक नाम के एक ब्राह्मण ने किया था जिसकी कथा इस प्रकार है। पिपीतक को यमदूत ले गए। यमलोक में उसे बड़ी प्यास लगी और वह व्याकुल होकर चिल्लाने लगा। अंत में उसने यमराज की बड़ी स्तुति की जिससे प्रसन्न होकर उन्होंने उसे फिर मर्त्यलोक में भेजा और वैशाख शुक्ल द्वादशी का व्रत बताया। इस व्रत में ठंडे पानी से भरे हुए घड़े ब्राह्मण को दिए जाते हैं।
पिपीतकी के तुकांत शब्द
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