praachyvritti meaning in hindi

प्राच्यवृत्ति

  • स्रोत - संस्कृत

प्राच्यवृत्ति के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • वैताली वृत्ति के एक भेद का नाम जिसके सम पादों चौथी और पाँचवीं मात्रा मिलकर गुरु हो जाती है, जैसे,—हर हर भज जाम आठहूँ, तज सबै भरम रे करो यही, तन मन धन दे लगा सबै, पाइहौ परम धाम ही सही

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