raach meaning in braj
राच के ब्रज अर्थ
सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया, अकर्मक, सकर्मक
- दे० 'रच-'
- रंगा जाना , २ शोभा देना ; प्रसन्न होना ; अनुरक्त होना ; प्रभावित होना
राच के मालवी अर्थ
क्रिया
- उगड़ना, रचना, जैसे मेहंदी का रंग उगड़ना या खिलना।
राच के तुकांत शब्द
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