raajsuuya meaning in hindi
राजसूय के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
प्राचीन काल में एक प्रकार का यज्ञ जो बड़े-बड़े राजा सम्राट् पद का अधिकारी बनने के लिए करते थे, वह यज्ञ जिसको करने का अधिकार केवल राजाओं को था
विशेष
. इस यज्ञ को करने का आधिकार केवल ऐसे राजा को होता था, जिसने वाजपेय यज्ञ न किया हो। यह यज्ञ करने से राजा सम्राट् पद का अघिकारी होता था। यह यज्ञ बहुत दिनों तक होता था और इसे अनेक यज्ञों और कृत्यों की समष्टि कहा जाता था। शतपथ ब्राह्मण के अनुसार इष्टि, पशु, सोम और दार्वी होम इसके प्रधान अंग हैं। इसका प्रारंभ पवित्र नामक सोमयाग से होता था और सौत्रामणी से इसकी समाप्ति होती थी। इसके बीच में दस संसृप, अभीषेचनीय, मरुत्वती, दिग्विजय, बृहस्पति सबन, बृहविधनि, द्यूत क्रीड़ आदि अनेक कृत्य होते थे। इससे ऋत्किज् लोग एक ऊँचे मंच पर व्याघ्रचर्म बिछाकर और उस पर सिंहासन रखकर राजा को अभिषेक कराकर बैठाते थे और चारों ओर से उसे घेरकर प्रशस्ति सुनाते थे। फिर राजा उन्हें दक्षिणा देकर दिग्विजय के लिये प्रस्थान करता था; और उसके लौटने पर फिर उसे मंच बैठकर प्रशस्ति गान होता था। तदनंतर सभा में द्यूतक्रीड़ा होती थी; और अंत को सौत्रमणी याग के बाद कृत्य समाप्त होता था। प्राचीन काल में केवल बड़े-बड़े राजा ही यह यज्ञ करते थे। - एक प्रकार का कमल
- एक पहाड़
राजसूय के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएराजसूय के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Masculine
- a typical sacrifice in olden times which, when successfully performed by a king, entitled him to the designation of an Emperor (सम्राट)
राजसूय के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- यज्ञ विशेष जिसे करके राजा को सम्राट् पद प्राप्त होता था
राजसूय के मैथिली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- एक वैदिक यज्ञ
Noun, Masculine
- a Vedic sacrifice.
राजसूय के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा