rohii meaning in braj
रोही के ब्रज अर्थ
विशेषण
- चढ़ने वाला
संज्ञा, पुल्लिंग
- गूलर वृक्ष ; पीपल वृक्ष; मृग विशेष ; घास विशेष ; एक हथियार
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- मछली विशेष
रोही के हिंदी अर्थ
रोहि
संस्कृत ; विशेषण
- रोहण करनेवाला चढ़नेवाला
- लंबा, ऊँचा
-
जहाँ वृक्ष हो, वन, जंगल
उदाहरण
. रोही मझि डेरा किया ऊजल जलधर देखि । - जो रक्त वर्ण का हो
- ऊपर की ओर जानेवाला
- चढ़नेवाला, पुं० १. गूलर का पेड़; पीपल
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
- वृक्ष, पेड़
- बीज
- व्रती, तपस्वी
- एक प्रकार का मृग
- गूलर का पेड़
- पीपल का पेड़
- एक प्रकार का मृग, रोहिष
- रोहिष या रूसा घास
- कूट शाल्मली, रोहित का पेड़, रुहेड़ा
- रोहू मछली
- वट वृक्ष, बरगद का पेड़
- एक प्रकार की बड़ी मछली
- वह प्राथमिक रंग जो रक्त वर्ण का होता है
- गूलर का वृक्ष
- पीपल
- एक प्रकार का हथियार
- ख़ून; रक्त
- वृक्ष
-
मार्ग, राह, जिसपर चढ़ा जाय
उदाहरण
. सँकरे रोहि मिलि गज सुरेह।
देशज ; संज्ञा, पुल्लिंग
-
एक हथियार
उदाहरण
. तेगा, असील रोही । सिप्पर कि दो सिरोही ।
रोही के अंगिका अर्थ
विशेषण
- चढ़ने वाला
रोही के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा