सै

सै के अर्थ :

सै के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; विशेषण

  • सौ

    विशेष
    . इसका प्रयोग अधिकतर किसी संख्या के आगे होता है।

    उदाहरण
    . संवत सौरह सै इकतीसा। करउँ कथा हरिपद धरि सीसा।


संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • तत्व, सार, माद्दा
  • बल-वीर्य, शक्ति, ओज

    उदाहरण
    . बिनती सों परसन्न सद ती सों प्रसन्न मन। विनसै देखत सत्रु अहै यह सै जाके तन।

  • बढ़ती, बरकत, लाभ, प्राप्ति

संस्कृत ; विशेषण

  • समान, तुल्य

    उदाहरण
    . लखण बतीसे मारुवी निधि चंद्रमा निलाट। काया कूँ कूँ जेहवी कटि केहरि सै घाट।

सै के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

सै के कुमाउँनी अर्थ

विशेषण

  • देखिए :'साय'

सै के गढ़वाली अर्थ

से

विशेषण

  • सही, ठीक, उचित

Adjective

  • correct,accurate

सै के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दूसरे के बल का सहारा, बढ़ावा, शह
  • उत्तेजित करने की क्रिया
  • शतरंज के खेल में बादशाह पर मार की स्थिति

सै के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • जो गिनतो में पचास का दूना हो, सौ

सै के मगही अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • सौ की संख्या, सौ

संज्ञा

  • सार वस्तु
  • उन्नति, बरकत

देशज

  • चलन, आदत, आचरण, काम करने का ढंग

सै के मैथिली अर्थ

सए

संख्यात्मक

  • देखिए : 'सहि'

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