संपद

संपद के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

संपद के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग

  • सम्पत्ति, दौलत, धन, वैभव, ऐश्वर्य।

संपद के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • संपन्न, पूर्ण

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पैरों को एक समान या एक साथ करके खड़ा होना

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • कार्य की पूर्णता या सिद्धि, काम पूरा होना
  • सफलता; सिद्धि
  • धन-दौलत; संपत्ति
  • धन-दौलत। सम्पत्ति।; भण्डार, जैसे-शब्द-संपद; सुख और सौभाग्य की स्थिति; जैसे-संपद-विपद् सबमें साथ देनेवाला व्यक्ति; प्राप्ति, लाभ; अधिकता, बहुतायत, ८. मोतियों की माला, ९. वृद्धि नामक ओषधि,
  • सुख; सौभाग्य; वैभव
  • सामंजस्य
  • कोश; ख़ज़ाना; भंडार
  • किसी संस्था आदि के व्यापार में लगी हुई पूँजी
  • व्यापार में लगी हुई पूँजी का सूचक प्रमाणपत्र
  • प्राप्ति; लाभ

संपद के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

संपद के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • धन

Noun

  • riches.

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा