sarmishTaa meaning in braj
सरमिष्टा के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
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दानवराज वृषपर्वा की पुत्री जो दानव गुरु शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी की प्रसन्नता के लिये उसकी दासी बनकर राजा ययाति के पास गयी थी और राजा से उसको तीन पुत्र
उदाहरण
. कह्यौ सर मिष्टा सुत कहाँ पाए, उनि कह्यो रिषि किरमा त जाए।
सरमिष्टा के तुकांत शब्द
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