सेंदुर

सेंदुर के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

सेंदुर के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सिन्दुर, स्त्रियों का सौभाग्य चूर्ण।

सेंदुर के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • ईगुर की बुकनी , सिंदूर

    विशेष
    . सौभाग्यवती हिंदू स्त्रियों इसे माँग में भरती हैं । यह सौभाग्य का चिह्न माना जाता है । विवाह के समय में वर कन्या की माँग में सिंदूर डालता है और उसी घड़ी से वह उसकी स्त्री हो जाती है ।

    उदाहरण
    . बिन सेँदुर जानउँ मैं दिआ । उँजियर पंथ रइनि मँह किआ । . माँग मैं सेँदुर सोहि रह्यो गिरधारन है उपमा न तिहूँ पुर । मानो मनोज की लागी कृपान, परयो कटि बीच ते राहु बहादुर ।

सेंदुर से संबंधित मुहावरे

सेंदुर के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सिंदूर

सेंदुर के बघेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सिन्दूर

सेंदुर के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सिन्दूरी

सेंदुर के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • दे० 'सिंदूर'

    उदाहरण
    . कडे जावक कहुँ बने तमोर रंग कहु अंग सेदुर दाग्यो।

सेंदुर के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • सिन्दूर

Noun

  • vermillion.

सेँदुर के तुकांत शब्द

संपूर्ण देखिए

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा