shaah KHaanam kii aa.nkhe.n dukhtii hai.n shahar ke diye gul kar do meaning in hindi

शाह ख़ानम की आँखें दुखती हैं शहर के दिये गुल कर दो

शाह ख़ानम की आँखें दुखती हैं शहर के दिये गुल कर दो के हिंदी अर्थ

  • नज़ाकत दिखाने पर कहा जाता है किंतु यह सामंती व्यवस्था पर भी व्यंग्य है जिसमें सामंत या ज़मींदार अपने आराम के लिए प्रजा के सुख-दुख की परवाह नहीं करते थे

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