श्मश्रु

श्मश्रु के अर्थ :

श्मश्रु के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • moustache, mustache
  • beard and moustache

Noun, Feminine

  • moustache, mustache

Adjective

  • moustache, mustache

श्मश्रु के हिंदी अर्थ

शमश्रु

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • होठों, गालों और ठोढ़ी आदि पर होने वाले बाल, मुँह पर के बाल, दाढ़ी, मूँछ

    विशेष
    . यह ह्वेल मछली की तथा कुथ और समुद्री मछलियों की अंतड़ियों में जमी हुई चीज है जो भारतवर्ष, अफ्रीका और ब्राजील के समुद्री किनारों पर बहती हुई पाईजाती है । ह्वेल का शइकार भी इसके लिये होता है । अंबर बहुत हल्का और शीघ्र जलनेवाला होता है तथा आँच दिखाते रहने से बिलकुल भाप होकर उड़ जाता है । इसका व्यवहार औषधियों में होने के कारण यह नीकोबार (कालापानी का एक द्धीप) तथा भारत समुद्र के और टापुओं से आता है । प्राचीन काल में अरब, युनानी और रोमन लोग इसे भारतवर्ष से ले जाते थे । जहाँगीर ने इससे राजसिंह सन का सुंगंधित किया जाना लिखा है । उ॰—जिनन पास अंबर है इस शहर बीच । खरीद करनहार है सब वही च—दक्खिनी॰, पृ॰ ७९. । २. एक इत्र । उ॰—तेल फुलेल सुगंध उबटनो अंबर अतर लगावै रे ।— भक्ति॰, पृ॰ ३६० ।

    उदाहरण
    . गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाँय। बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो मिलाय। . श्मश्रु पर ताव देने से कुछ नहीं होता अखाड़े में बलवान ही विजय प्राप्त करता है।


हिंदी ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • जो जघन्य अर्थात् जो निम्नतम, तुच्छ और अंतिम या उपेक्ष्य न हो

    विशेष
    . ऐसा प्रसिद्ध है कि जब वसुदेव जी उत्पन्न हुए थे, तब देवताओं ने नगाड़े बजाए थे।

    उदाहरण
    . नरपिशाचों का नाश, दमन और उत्पीड़न देखकर समाज हर्ष विह्वल हो जाता है और वही महात्माओं की कदर्थना देखकर कलेजा थाम लेता है । . हा हा करै तुलसी दया निधान राम ऐसी काशी की कदर्थना कराल कलिकाल की ।


संस्कृत ; विशेषण

  • ओठ का मूल या जड़

    विशेष
    . इनका पूरा नाम मिर्जा असदुल्ला खाँ था। संवत् १८५३ में इनका जन्म और मृत्यु संवत् १९२६ में हुई थी। पहले इन्होंने अपना उपनामा 'असद' रखा था। ग़ालिब मुख्यतः फ़ारसी के कवि थे। फारसी में इनकी कई पुस्तकें हैं। उर्दू में इनका एक ही दीवान है। फिर भी उर्दू के कवियों में ये सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं। पद्य के साथ इनका उर्दू गद्य भी आदर्श माना जाता है। इनके गद्यग्रंथों में 'उर्दू—ए—मुअल्ला' जिसमें इनके पत्रों का संग्रह है, तथा 'औद—ए—हिंदी' है।

    उदाहरण
    . तवै बाजि तैं सेख भू पै जु आयो । कछु वस्त्र ही अंग ताको उढ़ायो । . नरपिशाचों का नाश, दमन और उत्पीड़न देखकर समाज हर्ष विह्वल हो जाता है और वही महात्माओं की कदर्थना देखकर कलेजा थाम लेता है ।

श्मश्रु के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

श्मश्रु से संबंधित मुहावरे

  • आक की बुढ़िया

    बहुत बूढ़ी स्त्री

  • ध्यान आना

    भावना होना, विचार उत्पन्न होना

  • ध्यान दिलाना

    दूसरे का चित्त प्रवृत करना, ख़याल कराना, दिखाना या जताना, चेत कराना, चेताना, सुझाना

  • ध्यान पर चढ़ना

    मन में स्थान कर लेना, चित्त से न हटना, अच्छे लगने या और किसी विशेषता के कारण न भुलना

श्मश्रु से संबंधित कहावत

श्मश्रु के अवधी अर्थ

मोछि, मोछि प ताव देब

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • मूछ

    विशेष
    . किशोरावस्था मोछ आने लगता है जो युवावस्था की पहचान बताता है।

    उदाहरण
    . मोछ मर्द का गर्व है।

Noun, Feminine

  • moustache, mustache

श्मश्रु के कन्नौजी अर्थ

सरदारू

संज्ञा, पुल्लिंग

  • किसी दल समूह आदि का प्रमुख व्यक्ति, मुखिया, नेता, सेनापति. 2. सिखों की पदवी

    विशेष
    . सरदारू लोग मोछ नहीं मुड़ाते है यह उनकी धार्मिक नियमावली है।

    उदाहरण
    . सरदारू का मोछ बहुत ही सुंदर होता है।

Noun, Masculine

  • moustache, mustache

श्मश्रु के कुमाउँनी अर्थ

मोछण

क्रिया

  • स्निग्ध करना, घी-तेल आदि से मालिश करना; वृक्षों की डाल से पत्तियाँ काटकर साफ करना; लकड़ियाँ काटना

    विशेष
    . मोछण से आदमी को सुकुन मिलता है।

    उदाहरण
    . मोछण होना गर्व की बात है।

verb

  • moustache, mustache

श्मश्रु के गढ़वाली अर्थ

मोछणु

क्रिया

  • चिरान के लिये लकड़ी को चोरस करते हुए बाहर से छीलना |

    विशेष
    . मोछ का ताव देना अच्छा नहीं होता क्योंकि इससे आपकी क्षुद्र मानसिकता की पहचान बन जाती है।

    उदाहरण
    . मोछणु से कार्य बहुत आसान हो जाता है।

verb

  • to scrape the wood or logs for giving it a shape or to make it square.

श्मश्रु के बघेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मूँछ

    विशेष
    . मोछ का ताव देना अच्छा नहीं होता क्योंकि इससे आपकी क्षुद्र मानसिकता की पहचान बन जाती है।

    उदाहरण
    . हाथ श्मश्रु पर न गया तो तेरा सिर कठवा लगा।

Noun, Masculine

  • moustache, mustache

श्मश्रु के बज्जिका अर्थ

मोछ, अजगएव

संज्ञा

  • मूंछ

    विशेष
    . मोछ प्रकृति का वरदान है।

    उदाहरण
    . मोछ का आना प्रकृति की देन है।

Noun

  • moustache, mustache

श्मश्रु के बुंदेली अर्थ

मोराईछट

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • विवाह के बाद आषाढ़ में पड़ने वाली षष्ठि जिस दिन गा-बजाकर मोर तथा विवाह पूजन सामग्री आदि को नदी तालाब में विसर्जित किया जाता है, (यौ.श.)

    विशेष
    . मोराईछट व्यक्ति की पहचान है वह बहुत बोलता है।

    उदाहरण
    . मोराईछट व्यक्ति विचार से सही नहीं होता है।

Noun, Feminine

  • moustache, mustache

श्मश्रु के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मोंछ

    विशेष
    . मोछ का ताव देना अच्छा नहीं होता क्योंकि इससे आपकी क्षुद्र मानसिकता की पहचान बन जाती है।

    उदाहरण
    . हाथ रखौ मौको श्मश्रु मिलौ होयगौ।

Noun, Masculine

  • moustache, mustache

श्मश्रु के भोजपुरी अर्थ

मोछमुंडा

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वह व्यक्ति जो मूंछ मुड़वाकर रखता हो

    विशेष
    . मोछ का ताव देना अच्छा नहीं होता क्योंकि इससे आपकी क्षुद्र मानसिकता की पहचान बन जाती है।

    उदाहरण
    . सय गुंडा ना एक मोछमुंडा (लोकोक्ति)।

Noun, Masculine

  • clean-shaved person.

श्मश्रु के मगही अर्थ

मोछ

  • गर्व चूर होना

अरबी ; संज्ञा

  • देखिए : 'मोंछ', (मोक्ष: मुक्ति) जीवन मरण से छुटकारा

    विशेष
    . गाँव में श्मश्रु प्रतिष्ठा की पहचान होती है.

    उदाहरण
    . गाँवों में श्मश्रु का न होना अच्छा नहीं माना जाता है।

Arabic ; Noun

  • moustache, mustache

श्मश्रु के मैथिली अर्थ

मोछाएब

संज्ञा

  • नाकक नो! जनमल केश-राशि

    विशेष
    . आत्मगौरव की पहचान है श्मश्रुओं का होना अन्यथा यह अच्छा नहीं माना जाता है।

    उदाहरण
    . श्मश्रु की तुलना आत्म प्रतिष्ठा से की जाती है।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • मोंछ

    उदाहरण
    . श्मश्रु से शान बढ़ता है।

Noun

  • moustache.

Noun, Masculine

  • moustaches

श्मश्रु के बारे में रोचक तथ्य

यह ह्वेल मछली की तथा कुथ और समुद्री मछलियों की अंतड़ियों में जमी हुई चीज है जो भारतवर्ष, अफ्रीका और ब्राजील के समुद्री किनारों पर बहती हुई पाईजाती है । ह्वेल का शइकार भी इसके लिये होता है । अंबर बहुत हल्का और शीघ्र जलनेवाला होता है तथा आँच दिखाते रहने से बिलकुल भाप होकर उड़ जाता है । इसका व्यवहार औषधियों में होने के कारण यह नीकोबार (कालापानी का एक द्धीप) तथा भारत समुद्र के और टापुओं से आता है । प्राचीन काल में अरब, युनानी और रोमन लोग इसे भारतवर्ष से ले जाते थे । जहाँगीर ने इससे राजसिंह सन का सुंगंधित किया जाना लिखा है । उ॰—जिनन पास अंबर है इस शहर बीच । खरीद करनहार है सब वही च—दक्खिनी॰, पृ॰ ७९. । २. एक इत्र । उ॰—तेल फुलेल सुगंध उबटनो अंबर अतर लगावै रे ।— भक्ति॰, पृ॰ ३६० ।

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