shunaḥsheep meaning in hindi
शुनःशेप के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- वैदिक काल के एक प्रसिद्ध ऋषि जो महर्षि ऋचीक के पुत्र थे , विशेष—रामायण के अनुसार ये महाराज अंबरीष के यज्ञ में बलि के लिये लाए गए थे , विश्र्वामित्र ने दयावश इनको अग्नि की स्तुति बतला दी थी , अग्निदेव इनकी स्तुति से इतने प्रसन्न हुए थे कि जब ये यज्ञकुंड में डाले गए, तब उसमें से अक्षत शरीर बाहर निकल आए , इसके उपरांत ये महर्षि विश्र्वामित्र के यहाँ उनके पुत्रतुल्य होकर रहने लगे , देवीभागवत आदि कुछ पुराणों में इनके संबंध में कई कथाएँ आई हैं , ऐतरेय ब्राह्मण (हरिश्चंद्रोपाख्यान) के अनुसार ये अजीगर्त के पुत्र थे और हरिश्र्चंद्र के यज्ञ में वरुणदेव की बलि के लिये लाए गए थे
- कुत्ते का लिंग [को॰]
शुनःशेप के तुकांत शब्द
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