shyaamkarN meaning in braj
श्यामकर्ण के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अन्न विशेष
श्यामकर्ण के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
वह घोड़ा जिसका सारा शरीर सफे़द और एक कान काला होता है
विशेष
. अश्वमेध यज्ञ में यही श्यामकर्ण अश्व रखा जाता था।उदाहरण
. श्यामकर्ण हय चालत आवै। चमर छत्र तापर छबि छावै।
विशेषण
- (घोड़ा) जिसका शरीर सफ़ेद व कान काला हो
- शुभ, मंगल
श्यामकर्ण के तुकांत शब्द
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