si.nghaa.Dhaa meaning in maithili
सिंघाड़ा के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- एक नोनगर पकमान जे सिंघाड़ फल-सन आकृतिबाला होइत अछि
Noun
- a snack in the shape of the above nut.
सिंघाड़ा के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
-
पानी में फैलनेवाली एक लता जिसके तिकोने फल खाए जाते हैं , पानी फल
विशेष
. यह भारतवर्ष के प्रत्येक प्रांत में तालों और जलाशयों में रोपकर लगाया जाता है । इसकी जड़ें पानी के भीतर दूर तक फैलती है । इसके लिये पानी के भीतर कीचड़ का होना आवश्यक है, कँकरीली या बलुई जमीन में यह नीहं फैल सकता । इसके पत्ते तीन अंगुल चौड़े कटावदार होते हैं । जिनके नीचे का भाग ललाई लिए होता है । फूल सफेद रंग के होते हैं । फल तिकोने होते हैं जिनकी दो नोकें काँटे या सींग की तरह निकली होती हैं । बीच का भाग खुरदरा होता है । छिलका मोटा पर मुलायम होता है जिसके भीतर सफेद गूदा या गिरी होती है । ये फल हरे खाए जाते हैं । सूखे फलों की गिरी का आटा भी बनता है जो व्रत के दिन फलाहार के रुप में लोग खाते हैं । अबीर बनाने में भी यह आटा काम में आता है । वैद्यक में सिंघाड़ा शीतल, भारी कसैला वीर्यवर्द्घक, मलरोधक, वातकारक तथा रुधिरविकार और त्रिदोष को दूर करनेवाला कहा गया है । - सिंघाड़े के आकार की निकोनी सिलाई या बेल बूटा
- सोनारों का एक औजार जिससे वे सोने की माला बनाते हैं
- एक प्रकार की मुनिया चिड़िया
- समोसा नाम का नमकीन पकवान जो सिंघाड़े के आकार का तिकोना होता है
- सिंघाड़े के आकार की मिठाई , मीठा समोसा
- एक प्रकार की आतिशबाजी
- रहट की लाट में ठोकी हुईं लकड़ी जो लाट को पीछे की ओर घूमने से रोकती है
सिंघाड़ा के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएसिंघाड़ा के अंगिका अर्थ
सिंघाड़ा
संज्ञा, पुल्लिंग
- पानी में फैलनेवाली एक लता जिसका तिकोना फल मीठा होता समोशा नामक नमकीन पकवान, जिसके अन्दर आलु को मसाला में मिलाकर भरा जाता है
सिंघाड़ा के मगही अर्थ
हिंदी ; संज्ञा
- पानी में फैलने वाला एक पौधा तथा उसमें फलने वाला काँटोंवाला तिकोना फल पानी फल,सिंघाड़े के आकार की एक विशेष सिलाई,एक तिकोन नमकीन खाद्य जिसे आटे के अदर आलू, मटर मूंगफली के दाने आदि को भरकर तेल-घी में छानते हैं, समोसा; ईट की एक प्रकार की जोड़ाई
सिंघाड़ा के तुकांत शब्द
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