somrog meaning in hindi

सोमरोग

  • स्रोत - संस्कृत

सोमरोग के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • स्त्रियों का एक रोग

    विशेष
    . इस रोग में वैद्यक के अनुसार अति मैथुन, शोक, परिश्रम आदि कारणों से शरीरस्थ जलीय धातु क्षुब्ध होकर योनि मार्ग से निकलने लगती है। यह पदार्थ श्वेत वर्म, स्वच्छ और गंधरहित होता है। इसमें कोई वेदना नहीं होती, पर वेग इतना प्रबल होता है कि सहा नहीं जाता। रोगिणी अत्यंत कृश और दुर्बल हो जाती है। रंग पीला पड़ जाता है। शरीर शिथिल और अकर्मण्य हो जाता है। सिर में दर्द हुआ करता है। गला और तालू सूखा रहता है। प्यास बहुत लगती है। खाना-पीना नहीं रुचता और मूर्च्छा आने लगती है। यह रोग पुरुषों के बहुमूत्र रोग के सदृश होता है।

सोमरोग के तुकांत शब्द

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