svaayambhuuv meaning in hindi
स्वायंभूव के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- पुराणनुसार चौदह मनुओं में से फ्हले मनु जो स्वयंभू ब्रह्मा से उत्पन्न माने जाते हैं , विशेष—श्रीमद्भागवत में लिखा है कि ब्रह्मा ने इस संसार की सृष्टि करके अपने दाहिने अंग से स्वायंभुव मनु की और बाएँ अंग से शतरूपा नाम की स्त्री उत्पन्न की थी; और दोनों में पति-पत्नी का संबंध स्थापित किया था , इनसे प्रियव्रत ओर उत्तानपाद नाम के दो पुत्र तथा आकृति, देवहुति और प्रसूति नाम की तीन कन्याएँ उत्पन्न हुई थीं , इन्हीं से आगे और सृष्टि चली थी
- अत्रि ऋषि (को॰)
- नारद मुनि (को॰)
- मरीचि ऋषि (को॰)
- एक शैव तंत्र का नाम (को॰)
स्वायंभूव के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा