svaraaT meaning in braj
स्वराट के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- ईश्वर
- ब्रह्मा
स्वराट के हिंदी अर्थ
स्वराट्
संज्ञा, पुल्लिंग
- ब्रह्मा
- ईश्वर
- एक प्रकार का वैदिक छंद
- वह वैदिक छंद जिसके सब पादों में मिलकर नियमित वर्णों में दो वर्ण कम हों
- सूर्य की सात किरणों में से एक का नाम
- विष्णु का एक नाम
- शुक्रनीति के अनुसार वह राजा जिसका वार्षिक राजस्व 50 लाख से 1 करोड़ कर्ष तक हो
-
वह राजा जो किसी ऐसे राज्य का स्वामी हो जिसमें स्वराज्य शासन प्रणाली प्रचलित हो
उदाहरण
. जो पिता के सदृश सब प्रकार से हमारा पालन करने वाला स्वराट्... ।
विशेषण
-
जो स्वयं प्रकाशमान हो और दूसरों को प्रकाशित करता हो
उदाहरण
. जो सर्वत्र व्याप्त, अविनाशी (स्वराट्), स्वयं-प्रकाश-रूप और (कालाग्नि) प्रलय में सबका काल और काल का भी काल है, इसलिये परमेश्वर का नाम कालाग्नि है।
स्वराट् के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा