स्वस्तिक

स्वस्तिक के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

स्वस्तिक के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • एक तान्त्रिक यन्त्र

Noun

  • a diagram considered highly auspicious.

स्वस्तिक के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • घर जिसमें पश्चिम ओर एक दालान और पूर्व ओर दो दालान हों

    विशेष
    . कहते हैं, ऐसे घर में रहने से गुहस्थ की स्वस्ति अर्थात् कल्याण होता है, इसी लिये इसे स्वस्तिक कहते हैं ।

  • शिरियारी , सुसना नाम का साग
  • लहसुन
  • रतालू , रक्तालु
  • मूली
  • हठयोग में एक प्रकार का आसन
  • एक प्रकार का मंगल द्रव्य

    विशेष
    . विवाह आदि के समय चावल को पीसकर और पानी में मिलाकर यह मंगल द्रव्य तौयार किया जाता है और इसमें देवताओं का निवास माना जाता है ।

  • प्राचीन काल का एक प्रकर का यंत्र

    विशेष
    . यह यंत्र शरीर में गड़े हुए शल्य आदि को बाहर निका- लने के काम में आता था । यह अठारह अंगुल तक लंबा होता था और सिंह, शृगाल, मृग आदि के आकार के अनुसार १८ प्रकार का होता था ।

  • वैद्यक में फोड़े आदि पर बाँधा जानेवाला बंधन या पट्टी जिसका आकार तिकोना होता था
  • चौराहा चौमुहानी
  • साँप के फन पर की नीली रेखा
  • प्राचीन काल का एक प्रकार का मंगल चिह्न जो शुभ अवसरों पर मांगलिक द्रव्यों से अंकित किया जाता था और जो कई आकार तथा प्रकार का होता था , आजकल इसका मुख्य आकार 卐 यह प्रचलित है , प्रायः किसी मंगल कार्य के समय गणेशपूजन करने से पहले यह चिह्न बनाया जाता है , आजकल लोग इसे भ्रम में गणेश ही कहा करते हैं
  • शरीर के विशिष्ट अंगों में होनेवाला उक्त आकार का एक चिह्न

    विशेष
    . इस प्रकार का चिह्न सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार बहुत शुभ माना जाता है । कहते हैं, रामचंद्र जी के चरण में इस प्रकार का चिह्न था । जैनी लोग जिन देवता के २४ लक्षणों में से इसे भी एक मानते हैं ।

    उदाहरण
    . स्वस्तिक अष्टकोण श्री केरा । हल मुसल पन्नग शर हेरा ।

  • प्राचीन काल की एक प्रकार की बढ़िया नाव जो प्रायः राजाओं की सवारी के काम में आती थी
  • एक प्रकार के चारण जो जयजयकार करते हैं (को॰)
  • कोई भी शुभ या मंगल द्रव्य (को॰)
  • भुजाओं को वक्ष पर इस प्रकार रखना जिससे एक व्यत्यस्त चिह्व x बन जाय (को॰)
  • एक विशेष आकार का प्रासाद (को॰) १९
  • विषयी , व्यभिचारी (को॰)
  • एक विशेष प्रकार का पिष्टक, पूआ या रोट (को॰)
  • चौराहे से बना हुआ त्रिभुजाकार चिह्व (को॰)
  • देवता के लिये उपकल्पित आसन या पीठ (को॰)
  • मुकुटमणि जो त्रिकोमत्मक हो , त्रिकोण मुकुटमणि (को॰)
  • स्कंद का एक अनुचर (को॰)
  • एक दानव का नाम (को॰)

स्वस्तिक के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

स्वस्तिक के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • m.१. मंगल सूचक एक चिह्न (9); मूली ; रतालू ; ऐपन ; लहसुन

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा