taarkaasur meaning in hindi
तारकासुर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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एक असुर जिसका पूरा वृत्तांत शिवपुराण में दिया हुआ है, एक असुर जिसे कार्तिकेय ने मारा था
विशेष
. यह असुर तार का पुत्र था। इसने जब एक हज़ार वर्ष तक घोर तप किया और कुछ फल न हुआ, तब इसके मस्तक से एक बहुत प्रचंड तेज निकला जिससे देवता लोग व्याकुल होने लगे, यहाँ तक कि इंद्र सिंहासन पर से खिंचने लगे। देवताओं की प्रार्थना पर ब्रह्मा तारक के समीप वर देने के लिए उपस्थित हुए। तारकासुर ने ब्रह्मा से दो वर माँगे। पहला तो यह कि 'मेरे समान संसार में कोई बलवान् न हो', दूसरा यह कि 'यदि मैं मारा जाऊँ, तो उसी के हाथ से जो शिव से उत्पन्न हो'। ये दोनों वर पाकर तारकासुर घोर अन्याय करने लगा। इस पर सब देवता मिलकर ब्रह्मा के पास गए। ब्रह्मा ने कहा—'शिव पुत्र के अतिरिक्त तारक को और कोई नहीं मार सकता। इस समय हिमालय पर पार्वती शिव के लिए तप कर रही हैं। जाकर ऐसा उपाय रचो कि शिव के साथ उनका संयोग हो जाय'। देवताओं की प्रेरणा से कामदेव ने जाकर शिव के चित्त को चंचल किया। अंत में शिव के साथ पार्वती का विवाह हो गया। जब बहुत दिनों तक शिव को पार्वती से कोई पुत्र नहीं हुआ, तब देवताओं ने घबराकर अग्नि को शिव के पास भेजा। कपोत के वेश में अग्नि को देख शिव ने कहा—'तुम्ही हमारे वीर्य को धारण करो' और वीर्य को अग्नि के ऊपर डाल दिया। उसी वीर्य से कार्तिकेय उत्पन्न हुए जिन्हें दिवताओं ने अपना सेनापति बनाया। घोर युद्ध के उपरांत कार्तिकेय के बाण से तारकासुर मारा गया।
तारकासुर के तुकांत शब्द
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