uparatn meaning in braj

उपरत्न

उपरत्न के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

उपरत्न के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • घटिया रत्न

    विशेष
    . आयुर्वेद के अनुसार ये नौ माने गए हैं- वैक्रांतमणि , सीप, रक्षस, मरकत मणि, लहसुनिया, लाजा, गारुड़ि मणि, शंख और स्फटिक मणि

उपरत्न के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • घाटिया रत्न, कम दाम के रत्न या पत्थर, गौण रत्न

    विशेष
    . वैद्यक ग्रंथों के अनुसार वैक्रांतमणि, मोती का सीप, रक्षस, मरकत मणि, लहसुनिया, लाजा, गारुड़िमणि (जहर- मोहरा), शंख और स्फटिक मणि ये नव उपरत्न माने गए हैं।

उपरत्न के तुकांत शब्द

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