uppuraaN meaning in braj
उपपुराण के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- अठारह मुख्य पुराणों के अतिरिक्त अन्य गौण पुराण जिनकी संख्या भी अठारह ही है
उपपुराण के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
18 मुख्य पुराणों के अतिरिक्त और छोटे पुराण
विशेष
. ये भी गिनती में 18 हैं । (1) सनत्कुमार, (2) नारसिंह, (3) नारदीय, (4) शिव, (5) दुर्वासा, (6) कपिल, (7) मानव, (8) औशनस, (9) वरुण, (10) कलिक, (11) शांब, (12) नंदा, (13) सौर, (14) पराशर, (15) आदित्य, (16) माहेश्वर, (17) भार्गव और (18) वाशिष्ठ।
उपपुराण के तुकांत शब्द
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