viipsaa meaning in braj
वीप्सा के ब्रज अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- व्यापकता, अधिकता
वीप्सा के हिंदी अर्थ
वीपसा
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
(काव्यशास्त्र) एक शब्दालंकार जिसमें आश्चर्य, आदर, घृणा आदि भावों को व्यक्त करने के लिए एक ही शब्द अनेक बार प्रयुक्त होता है
विशेष
. हिंदी साहित्य में सर्वप्रथम भिखारीदास ने 'वीप्सालंकार' के नाम से इसे ग्रहण किया है। - परिव्याप्ति
- पुनः पुनः कथन, पुनरुक्ति, आवृत्ति, दुहराव
- कार्य की निरंतरता सूचित करने के लिए शब्दों की द्विरुक्ति
वीप्सा के पर्यायवाची शब्द
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