vijaya-bhairav meaning in hindi

विजय-भैरव

  • स्रोत - संस्कृत

विजय-भैरव के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वैद्यक में एक प्रकार का रस

    विशेष
    . इसमें हड़ का छिल्का, चीता, इलायची, तज, संभालू, पीपल, लोहसार आदि के योग से गंधक और पारे की कजली तैयार की जाती है। यह सब प्रकार के रोगों और दुर्बलता को दूर करने वाला माना जाता है।

  • वैद्यक में एक प्रकार तेल

    विशेष
    . यह तेल, मालकँगनी, अजवायन, काले जीरे, मेथी और तिल को कोल्हू में पेरकर निकाला जाता है और सब प्रकार के वायु रोगों का नाशक माना जाता है।

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