vindutriveNii meaning in hindi
विंदुत्रिवेणी के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- गाने में स्वरसाधन की एक प्रणाली जिसमें तीन बार एक स्वर का उच्चारण करके एक बार उसके बाद के स्वर का उच्चारण करते हैं, फिर तीन बार उस दूसरे स्वर का उच्चारण करके एक बार तीसरे स्वर का उच्चारण करते हैं; और अंत में तीन बार सातवें स्वर का उच्चारण करके एक बार उसके अगले सप्तक के पहले स्वर का उच्चारण करते हैं, यथा-आरोही-सा सा सा रे, रे रे रे ग, ग ग ग म, म म म प, प प प ध, ध ध ध नि, नि नि नि सा, अवरोही—सा सा सा नि, नि नि नि ध, ध ध ध प, प प प म, म म म ग; ग ग ग रे, रे रे रे सा
विंदुत्रिवेणी के तुकांत शब्द
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