vyabhichaaribhaav meaning in hindi

व्यभिचारिभाव

  • स्रोत - संस्कृत

व्यभिचारिभाव के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • साहित्य में मुख्य भाव की पुष्टि करनेवाले वे भाव जो इसके उपयोगी होकर जल के तरंगों की भाँति उनमें संचरण करते हैं, इनकी संख्या ३३ है, दे॰ 'संचारी'

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