आसक्ति के पर्यायवाची शब्द
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अचैतन्य
जिसमें चेतना या चैतन्य न हो, चेतनारहित, आत्माविहीन, जड़
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अज्ञान
बोध का अभाव, जड़ता, मूर्खता, मोह, अनजानपन
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अनुबंध
आपस में या एक-दूसरे को साथ बाँधने वाला तत्व या संबंध, बंधन, लगाव
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अनुरक्ति
आसक्ति , प्रीति , रति , भक्ति
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अनुराग
प्रेम,आसक्ति
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अपस्मार
मिर्गी रोग, मूर्छा
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अभिनिवेश
आग्रह
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अभिरुचि
अनुराग
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अभ्यास
समीप, निकट
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अविद्या
अज्ञान
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अशुद्धि
अपवित्रता, गंदगी
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अहंकार
अभिमान, गर्व, घमंड
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आभा
छवि, शोभा, चमक
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आवेश
व्याप्ति, संचार
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आसंग
सतत, निरंतर, लगातार, बिना विराम के या बिना रुके अथवा बिना क्रम-भंग के
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इक़रारनामा
वह काग़ज़ जिस पर इक़रार और उसकी शर्तें लिखी हों, शपथ पत्र, प्रतिज्ञा पत्र, स्वीकृति पत्र, अहदनामा, संविदा
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इच्छा
अभिलाषा, लालख, चाह, आकांक्षा
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इश्क़
मुहब्बत , चाह , प्रेम , लगन , अनुराग , आसक्ति, आशिकी, गहरी चाहत
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ईप्सा
इच्छा, वांछा, अभि- लाषा
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उज्ज्वलता
प्रकाश
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उत्तेजना
चित्तोद्रेक, भावावेश
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उल्फ़त
दोस्तों या मित्रों में होने वाला पारस्परिक संबंध, मित्रता, दोस्ती, याराना
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कसना
किसी बंधन को दृढ़ करने के लिए उसकी डोरी आदि को खींचना, जकड़ने के लिए तानना
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कांति
पति, शौहर
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कामना
इच्छा, हार्दिक इच्छा, मनोरथ
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कुटेव
बुरी आदत
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गोचर
इंद्रियों द्वारा जानने योग्य
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घनिष्टता
घनिष्ट होने की अवस्था; गहरी दोस्ती
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चाह
चाय, इच्छा, अभिलाषा
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दिलचस्पी
दिल का लगना
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निष्ठा
निश्चय, धर्मादि
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पदार्थ
वाक्यों आदि में आने वाले पद (या शब्द) का अर्थ
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परंपरा
पूर्वसँ चलि अबैत क्रम, परिपाटी, ढाठी
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प्यार
प्रेम, प्यार, प्रीति. 2. पुआल, धान का हूँछ, डंठल
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प्रकाश
वह जिसके भीतर पड़कर चीजें दिखाई पड़ती हैं , वह जिसके द्वारा वस्तुओं का रूप नेत्रों को गोचर होता है , दीप्ति , आभा , आलोक , ज्योति , चमक , तेज
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प्रणय
प्रेम
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प्रवृत्ति
सहज उन्मुखता, झुकाओ, रचि
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प्रियता
प्रिय होने का भाव
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प्रीति
प्रेम , प्यार; हर्ष, आनंद; कामदेव की एक पत्नी का नाम
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प्रेम
वह मनोवृत्ति जिसके अनुसार किसी वस्तु या व्यक्ति आदि के संबंध में यह इच्छा होती है कि वह सदा हमारे पास या हमारे साथ रहे, उसकी वृद्धि, उन्नति या हित ही अथवा हम उसका भोग करें, वह भाव जिसके अनुसार किसी दृष्टि से अच्छी जान पड़नेवाली किसी चीज या व्यक्ति को देखने, पाने, भोगने, अपने पास रखने अथवा रक्षित करने की इच्छा हो, स्नेह, मुहब्बत, अनुराग, प्रीति
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बात
सार्थक शब्द या वाक्य, किसी वृत्त या विषय को सूचित करने वाला शब्द या वाक्य, कथन, वचन, वाणी, बोल
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बेहोशी
बेहोश होने का भाव, मूर्छा, अचेतनता
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भक्ति
सेवा, पूजा, श्रद्धा, आस्था, आदर भाव, उपासना, शास्त्र में भक्ति नौ प्रकार की कही गई है यथा- श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पाद-सेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य और आत्म निवेदन
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ममता
ईश्वर का ध्यान छोड़कर शरीर और सांसारिक पदार्थों को अपना सर्वस्व समझने की क्रिया या भाव, 'वह मेरा है' इस प्रकार का भाव , किसी पदार्थ को अपना समझने का भाव , ममत्व , अपनापन
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मामला
मुकद्दमा, कोर्ट-कचहरी के वाद; वाद-विवाद; झगड़ा; रोजगार, काम-धंधा
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मूर्च्छा
प्राणी की वह अवस्था जिसमें उसे किसी बात का ज्ञात नहीं रहता, वह निश्चेष्ट पड़ा रहता है , संज्ञा का लोप , अचेत होना , बेहोशी
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मेल
दो या अधिक वस्तुओं या व्यक्तियों के हकट्ठा होने का व्यापार अयवा भाव , मिलने की क्रिया या भाव , संयोग , समागम , मिलाप , मिलान
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मोह
कुछ का कुछ समझ लेनेवाली बुद्धि, अज्ञान, भ्रम, भ्रांति
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रक्ति
अनुराग, प्रेम
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राग
अनुराग, मोह, प्रीति, प्रेम, ईर्ष्या, द्वेश, सुगन्धित लेप जहो शरीर में लगाया जाता है
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