शाद्वल के पर्यायवाची शब्द
-
अनंता
जिसका अंत या पारावार न हो, जिसकी सीमा न हो
-
अनड्वान
नासमझ, अनविज्ञ, न जानने वाला, अनपढ़
-
अमरा
दूब
-
अमरी
देवता की स्त्री, देवकन्या, देवपत्नी
-
अमृता
गुर्च
-
उक्ष
जो मात्रा में अधिक हो
-
उक्षा
सूर्य, बैल
-
ऋषभ
वृषभ
-
कर्दम
कीचड़, कीच, चहला
-
कर्मकार
एक जाति
-
कीचड़
कीच, गंदगी।
-
गुण
किसी वस्तु में पाई जाने वाली वह बात जिसके द्वारा वह दूसरी वस्तु से पहचानी जाए, वह भाव जो किसी वस्तु के साथ लगा हुआ हो, धर्म, सिफ़त
-
गुणा
गणित की एक क्रिया, एक अंक पर दूसरे अंक का ऐसा प्रयोग जिसके द्वारा वही फल निकलता है जो पहले अंक को उतनी ही बार अलग—अलग रखकर जोड़ने से निकलता है जितना दूसरा अंक है, जरब, क्रि॰ प्र॰—करना, —लगाना, —सीखना
-
गो
गाय।
-
गौ
गाय
-
गौरी
पार्वती, आठ वर्ष की कन्या
-
ग्रंथिका
a booklet
-
चित्रा
सत्ताइस नक्षत्रों में से चौदहवाँ नक्षत्र जिसमें तीन तारे हैं इसमें गृह-प्रवेश, गृहारंभ, और यानों, वाहनों आदि का व्यवहार शुभ कहा गया है
-
जंबाल
कीचड़, काँदो, पंक
-
जया
एक फूल, सर्वजया
-
तिक्तपर्वा
दुध
-
दलदल
कीचड़
-
दूब
दे० दुबल्यु
-
दूर्वा
दूब नाम की घास
-
नंदा
ननद, कुमाऊँ चंदवंश के सजाओं की एक बहन जिसे कदलीवन में लघुशंका निवारण के समय एक भैंसे ने मार दिया तथा जो पौरा- णिक गाथानुसार पूज्य नंदादेवी (दुर्गा) हो गयी, दुर्गादेवी; नंदाष्टमी-भाद्रपद की अष्टमी, जब नंदा और नैनादेवी के मेले लगते हैं; दे० -नैना
-
निषद्वर
कीचड़, चहला
-
पंक
दे० 'पकवान'
-
प्रचंडा
सफेद दूब जिसके फूल सफेद होते हैं
-
बलद
बैल ; वृक्ष विशेष ; अग्नि विशेष
-
बलीवर्द
बैल
-
बसह
वृषभ , बैल
-
बैल
का बछड़ा, हल, बैलगाड़ी, कोल्हू में चलनेवाला चौपाया जिसके मादा को गाय कहतेहैं,बरद, बरदा
-
भद्र
शिष्ट, भला, शरीफ़, सभ्य, सुशिक्षित
-
भार्गवी
पार्वती
-
भूतहंत्री
नीली दूब
-
मंगल्या
एक प्रकार का अगुरु जिसमें चमेली की सी गंध होती है
-
वरद
वर देने वाला
-
विद्या
वह ज्ञान जो शिक्षा आदि के द्वारा उपार्जित या प्राप्त किया जाता है, वह जानकारी जो सीखकर हासिल की जाती है, किसी विषय का विशिष्ट ज्ञान, इल्म
-
वृष
बसहा, साँढ़, बड़द
-
वृषण
कुंती का सबसे बड़ा पुत्र जो बहुत दानी था और जिसके जन्म लेते ही कुंती ने उसे त्याग दिया था, कर्ण
-
वृषभ
साँढ़
-
शकुलाक्षी
गाँडर दूब
-
शत
दस का दस गुना, सौ
-
शतग्रंथि
सफेद दुब, दुर्वा
-
शतपर्वा
दूर्वा घास, दूब
-
शतमूला
बड़ी सतावर
-
शतवल्ली
नीली दुब
-
शस्य
प्रशंसनीय
-
शांता
अयोध्या के राजा दशरथ को कन्या और महर्षि ऋष्यशृंग की पत्नी
-
शांभवी
नीला दूब
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा