आस

आस के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

आस के ब्रज अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • आशा नामक एक रागिनी

    उदाहरण
    . आस गुनी गुन फुनफुनी सायथ धूरिय धार।

  • देखिए : 'आशा'

    उदाहरण
    . रस प्याय के ज्याय, बढ़ाय के आस, बिसास मैं यौं बिस घोरिय जू।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • असु, प्राण

    उदाहरण
    . मनो कर जोर पाँचो तत्त्व एक ठौर ह (के) आस लेन आपने को धाये चहुँ ओर ते।

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