ऊक

ऊक के अर्थ :

ऊक के ब्रज अर्थ

सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, सकर्मक

  • लक , उल्का , लौ , लपट

    उदाहरण
    . भीजे घनआनंद कनौड़-पुंज लाय ऊक ।

  • दाह , आंच , तपन , जलन

    उदाहरण
    . हृदय जरत है दावानल ज्यों, कठिन विरह की ऊक।

  • जलाना , दुःख देना

सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, अकर्मक, सकर्मक

  • चूकना , भूल करना
  • भूल , चूक , गलती
  • छोड़ना ; भूलना

सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, सकर्मक

  • लक , उल्का , लौ , लपट

    उदाहरण
    . भीजे घनआनंद कनौड़-पुंज लाय ऊक ।

  • दाह , आंच , तपन , जलन

    उदाहरण
    . हृदय जरत है दावानल ज्यों, कठिन विरह की ऊक।

  • जलाना , दुःख देना

सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, अकर्मक, सकर्मक

  • चूकना , भूल करना
  • भूल , चूक , गलती
  • छोड़ना ; भूलना

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