agyaarii meaning in braj
अग्यारी के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- धूपदान , धूप देना
- वह स्थान जहाँ सदा अग्नि बनाए रखी जा सके , दे० 'अगियारी' भी
अग्यारी के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
अग्नि में धूप, गुड़ आदि सुगंध द्रव्य देने की क्रिया, धूपदान, आग में सुगंधित द्रव्य डालने की पूजन-विधि या धूप देने की क्रिया
उदाहरण
. अग्यारी के बाद पंडितजी ने शांति पाठ कराया। - अग्निकुंड
अग्यारी के तुकांत शब्द
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