apbhaya meaning in braj
अपभय के ब्रज अर्थ
विशेषण, पुल्लिंग
- निर्भयता
- अकारण भय , अनुचित या व्यर्थ का भय
- जो भय रहित हो , निर्भय , निडर
- बहादुर , वीर
अपभय के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- भय का नाश, निर्भयता, निडर होने की अवस्था
- व्यर्थ का भय, अकारण भय, अनुचित भय
-
विपत्ति या अनिष्ट की आशंका से मन में उत्पन्न होने वाला विकार या भाव, डर, भय
उदाहरण
. अपभय कुटिल महीप ड़राने। . कवहुँ कृपा करि रघुनाथ मोहूँ चितैहौ। विनय करौं अप भय हुते तुम परम हितैही।
विशेषण
- निर्भय, निडर, जो न ड़रे, जो भयरहित हो
- वीर, बहादुर
अपभय के तुकांत शब्द
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