ashTaa.ng yog meaning in braj
अष्टांगयोग के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- देखिए : 'अष्टांग'
अष्टांगयोग के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- योग-साधना के आठ अंग—यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि, देखिए: 'अष्टांग'
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