barakat meaning in malvi
बरकत के मालवी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- यथेष्ट, समृद्धि।
बरकत के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- किसी पदार्थ की अधिकता , बढ़ती , ज्यादती , बहुतायत , कमी न पड़ना , पुरा पड़ना , विशेष—इस शब्द का प्रयोग साधारणतः यह दिखलाने के लिये होता है कि बस्तु आवश्यकतानुसार पूरी है ओर उसमें सहसा कमी नहीं हो सकती , जैसे,—(क) इकट्ठी खरीदी हुई चीज में बड़ो बरकत होती है , (ख) जिस चीज में तुम हाथ लगा दोगे, उसकी बरकत जाती रहेगी
- लाभ , फायदा , जेसे,— (ख) जैसी नीयत वैसी बरकत , (ख) इस रोजगार में बरकत नहीं है
- वह बधा हुआ पदार्थ या धन आदि जो इस विचार से पीछे छोड़ दिया जाता है कि इसमें ओर वृद्धि हो , जैसे,—(क) थैली बिल्कुल खाली मत कर दो, बरकत का एक रुपया तो छोड़ दो , (ख) अब इस घड़े में है ही क्या, खाली बरकत बरकत है
- समाप्ति , अंत , (साधारणतः गृहस्थी में लोग यह कहना कुछ अशुभ समझते हैं कि अमुक वस्तु समाप्त हो गई; और उसके स्थान पर इस शब्द का प्रयोग करते हैं , जेसे,— आजकल घर में अनाज की बरकत है )
- एक की संख्या , (साधारणतः लोग गिनती के आरंभ में एक के स्थान में शुभ या वृद्धि की कामना से इस शब्द का प्रयोग करते हैं) , जैसे, बरकत, दो, तीन, चार, पाँच आदि
- धनदौलत , (क्व॰)
- प्रसाद , कृपा , जैसे, —यह सब आरके कदमों की बरकत है कि आपके आते ही रोगी अच्छा हो गया , (कभी कभी यह शब्द व्यंग्य रूप से भी बोला जाता है) , जैसे,— यह आपके कदमों की ही बरकत है कि आपके आते ही सब लोग उठ खड़े हुए)
बरकत से संबंधित मुहावरे
बरकत के कन्नौजी अर्थ
- बरकत. वृद्धि, बढ़ती. 2. सौभाग्य. 3. लाभ. 4. बहुतायत
बरकत के कुमाउँनी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- कल्याण, ईश्वर की ओर से गुप्त रूप में धन आदि की बढ़ोत्तरी, बहुधा फसल को काठ मापक यंत्र से मापने के लिए पहली माप को एक न कहकर बरकत कहते
अव्यय
- नाली (दे० नाइ) से अनाज भरते समय एक या पहली माप के लिए बरकत शब्द का प्रयोग किया जाता है; यह शुभ माना जाता है, यथा-बरकत, द्वि, तीन आदि
बरकत के गढ़वाली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से होते रहना, लाभ, फायदा, वृद्धि, सुफल मिलना
Noun, Feminine
- blessing, increase, abundance, prosperity, profit.
बरकत के तुकांत शब्द
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