भाव

भाव के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

भाव के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • emotion, sentiment feeling
  • idea
  • rate, price(s)
  • quotation
  • existence, existing state
  • being
  • sense, purport
  • gist
  • nature, temperament, disposition

भाव के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सत्ता, अस्तित्व, होना
  • मन में उत्पन्न होने वाला विकार या प्रवृत्ति, विचार, ख़्याल

    उदाहरण
    . उस समय आपके मन का भाव आपके चेहरे पर झलक रहा था। . इस समय मेरे मन में अनेक प्रकार के भाव उठ रहे हैं।

  • अभिप्राय, तात्पर्य, आशय, मतलब

    उदाहरण
    . इस पद का भाव समझ में नहीं आता।

  • मुख की आकृति या चेष्टा
  • आत्मा
  • जन्म
  • चित्त
  • पदार्थ, चीज़
  • क्रिया, कृत्य
  • विभूति
  • विद्वान्, पंडित
  • जंतु, जानवर
  • रति आदि क्रिड़ा, विषय
  • अच्छी तरह देखना, पर्यालोचन
  • प्रेम, मुहब्बत

    उदाहरण
    . रामहि चितव भाव जेहि सीया। सो सनेह मुख नहिं कथनीया।

  • किसी धातु का अर्थ
  • योनि
  • उपदेश
  • संसार, जगत्, दुनिया
  • जन्मसमय का नक्षत्र
  • कल्पना

    उदाहरण
    . जैसे भाव न संभवै तैसे करत प्रकास। होने असंभावित तहाँ उपमा केशवदास।

  • प्रकृति, स्वभाव, मिज़ाज
  • अंतःकरण में छिपी हुई कोई गूढ़ इच्छा
  • ढंग, तरीका

    उदाहरण
    . गुरु गुरु में भेद है, गुरु गुरु में भाव। . देखा चाँद सूर्य जस्स साजा। सहसहिं भाव मदन तन गाजा।

  • दशा, अवस्था, हालत
  • भावना
  • विश्वास, भरोसा

    उदाहरण
    . अभू लगि जावों घर कैसे कैसे आवे डर बोली हरि जानिए न भाव पै न आयो है।

  • आदर, प्रतिष्ठा, इज़्ज़त

    उदाहरण
    . कहा भयौ जो सिर धरयौ तुम्हें कान्ह करि भाव। पंखा बिनु कछु और तुम यहाँ न पैहो नाव।

  • किसी पदार्थ का धर्मगुरु
  • उद्देश्य
  • किसी चीज़ की बिक्री आदि का हिसाब, दर, निर्ख़
  • ईश्वर, देवता आदि के प्रति होने वाली श्रद्धा या भक्ति

    उदाहरण
    . भाव सहित खोजइ जो प्रानी। पाय भक्त मम सब सुख खानी।

  • साठ संवत्सरों में से आठवाँ संवत्सर
  • फलित ज्योतिष में ग्रहों की शयन, उपवेशन, प्रकाशन, गमन आदि बारह चेष्टाओं में से कोई चेष्टा या ढंग जिसका ध्यान जन्मकुंडली का विचार करने के समय रखा जाता है और जिसके आधार पर फलाफल निर्भर करता है

    विशेष
    . किसी-किसी के मत से दीप्त, दीन, सुस्थ, मुदित आदि नौ और किसी-किसी के मत से दस भाव भी हैं।

  • युवती स्त्रियों के 28 प्रकार के स्वभावज अलंकारों के अंतर्गत तीन प्रकार के अंगज अलंकारों में से पहला नायक आदि को देखने के कारण अथवा और किसी प्रकार नायिका के मन में उत्पन्न होने वाला विकार

    विशेष
    . साहित्यकारों ने इसके स्थायी, व्यभिचारी और सात्विक ये तीन भेद किए हैं और रति, हास, शोक, क्रोध, उत्साह, भय, जुगुप्सा और विस्मय को स्थायी भाव के अंतर्गत, निर्वेद, ग्लानि, शंका, असूया, मद, भ्रम, आलस्य, दैन्य, चिंता, मोह, धृति, व्रीडा, चपलता, हर्ष, आवेग, जड़ता, गर्व, विषाद, उत्सुकता, निद्रा, अपस्मार, स्वप्न, विरोध, अमर्ष, उग्रता, व्याधि, उन्माद, मरण, त्रास और वितर्क को व्यभिचारी भाव के अंतर्गत तथा स्वेद, स्तंभ, रोमांच, स्वरभंग, वेपथु, वैवर्ण्य, अश्रु और प्रलय को सात्विक भाव के अंतर्गत रखा हैं।

  • संगीत का पाँचवाँ अंग जिसमें प्रेमी या प्रेमिका के संयोग अथवा वियोग से होने वाला सुख अथवा दुःख या इसी प्रकार का और कोई अनुभव शारीरिक चेष्टा से प्रत्यक्ष करके दिखाया जाता है

    विशेष
    . इसमें गीत का अभिप्राय प्रत्यक्ष कराने के लिए उसके विषय के अनुसार शरीर या अंगों का संचालन स्वर, नेत्र, मुख तथा अंगों की आकृति में आवश्यकतानुसार परिवर्तन करके यह अनुभव प्रत्यक्ष कराया जाता है जैसे- प्रसन्नता, व्याकुलता, प्रतीक्षा, उद्वेग, आकंक्षा आदि का भाव बताना।

  • नाज़-नख़रा, चोंचला
  • वह पदार्थ जो जन्म लेता हो, रहता हो, बढ़ता हो, क्षीण होता हो, परिणामशील हो और नष्ट होता हो, छह भावों से युक्त पदार्थ (सांख्य)
  • बुद्धि का वह गुण जिससे धर्म और अधर्म, ज्ञान और अज्ञान आदि का पता चलता है
  • वैशेषिक के अनुसार द्रव्य, गुण, कर्म, सामान्य, विशेष और समवाय ये छह पदार्थ जिनका अस्तित्व होता है
  • कोख, कुक्षि

भाव के विलोम शब्द

संपूर्ण देखिए

भाव से संबंधित मुहावरे

भाव के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मन का विकार, सत्ता अभिप्राय स्वभाव, चित्त, आत्मा, चेष्टा, चोचला, ढंग, आदर, प्रतिष्ठा, श्रद्धा, भक्ति, कल्पना, अवस्था

भाव के अवधी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दर

भाव के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • भाव, आशय, विचार-सार
  • भाव (बाजार भाव), भौं भी प्रयुक्त

भाव के गढ़वाली अर्थ

भाव'

संज्ञा, पुल्लिंग

  • भावना, मन की अनुभूतिमय अवस्था, मन में उत्पन्न होने वाला कोई विचार
  • आशय, अर्थ
  • मूल्य, किसी चीज़ की बिक्री आदि की प्रचलित या निश्चित की हुई दर

Noun, Masculine

  • feeling, sentiment, emotion; meaning, purpose
  • rate

भाव के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वस्तु का विक्रय मूल्य, दैवी आवेश, मन का विचार

भाव के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • दर

    उदाहरण
    . भव्य भाव बल्लभ भवेस भवभार बिभंजन।

  • निर्ख़
  • अस्तित्व
  • चेष्टा
  • स्नेह
  • श्रद्धा
  • मनोविकार
  • अभिप्राय
  • आत्मा
  • मुखाकृति
  • जन्म
  • चित्त
  • पदार्थ
  • क्रिया
  • विभूति
  • जंतु
  • रति क्रीड़ादि
  • पर्यायलोचना
  • किसी धातु का अर्थ
  • योनि
  • उपदेश
  • संसार
  • जन्म नक्षत्र
  • कल्पना
  • प्रकृति
  • ढंग
  • दशा
  • विश्वास
  • प्रतिष्ठा
  • किसी पदार्थ का धर्म
  • संगीत का पाँचवाँ अंग

भाव के मगही अर्थ

संज्ञा

  • बिक्री की दर, मूल्य
  • भंगिमा, हाव-भाव, नाज़-नख़रा
  • अभाव या न होने का उलटा
  • मूल विचार
  • अर्थ
  • आदर भक्ति
  • मान, आदर
  • ओझा या मंतरिआ पर देवता थापतात्मा के आने की अवस्था
  • दशा, अवस्था
  • मांग, पूछ

भाव के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • मनोदशा, अनुभूति, अभिप्राय, आशय
  • रत्यादि वासना
  • देखिए : 'भाओ'

Noun

  • feeling, conception, intent
  • sentiment

भाव के मालवी अर्थ

विशेषण

  • मोलभाव करना, मोल भाव करना, दाम, दर, भक्ति, भावना, स्वभाव।

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