mithyaayog meaning in hindi
मिथ्यायोग के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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चरक के अनुसार वह कार्य जो रूप, रस या प्रकृति आदि के विरुद्ध हो, जैसे, मल मूत्र आदि का वेग रोकना शरीर का मिथ्यायोग है, कठोर वचन आदि कहना वाणी का मिथ्यायोग है; तीव्र गंध आदि का सूँघना और भीषण शब्द आदि सुनना घ्राण और श्रवण का मिथ्यायोग है
उदाहरण
. पुरुष का इष्ट नाशादि सुनना मिथ्यायोग है ।
मिथ्यायोग के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
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