pratyniik meaning in hindi

प्रत्यनीक

प्रत्यनीक के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

प्रत्यनीक के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कविता का वह अर्थालंकार जिसमें किसी के पक्ष में रहनेवाले या संबंधी के प्रति किसी हित या अहित का किया जाना वर्णन किया जाय, जैसे, (क) तो मुख छबि सों हारि जग भयो कलंक समेत, सरद इंदु अरबिंद मुख अरबंदन दुख देत, —मतिराम (शब्द॰), (ख) अपने अँग के जानि कै यौवन नृपति प्रवीन, स्तन मन नैन नितंब को बड़ो इजाफा कीन, —बिहारी (शब्द॰), (ग) तैं जीत्यो निज रूप तें मदन बैर यह मान, बेदत तुव अनुकागिनी, इक सँग पाँचौ बान, — (शब्द॰)
  • शत्रु, दुश्मन
  • प्रतिपक्षी, विरोधी, मुकाबला करनेवाला
  • प्रति- वादी
  • विघ्न, बाधा

प्रत्यनीक के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • प्रतिपक्षी , विरोधी; प्रतिवादी ; बाधा ; बैरी , शत्रु ; एक अलंकार विशेष

    उदाहरण
    . पुनि छेकोक्ति विचारिक , प्रत्यनीक समतूल ।

प्रत्यनीक के तुकांत शब्द

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