ruumaal meaning in malvi
रूमाल के मालवी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- तौलिया, गलना, दस्ती, वस्त्र विशेष जिससे हाथमुँह पोंछा जाता है।
रूमाल के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
कपड़े का वह चौकोर टुकड़ा जो हाथ, मुँह पोछने के काम में आता है
उदाहरण
. पोंछि रूमालन सों श्रम सीकर भौंर की भीर निवारत ही रहे । - चौकोना शाल या चिकन का टुकड़ा जिसके चारों ओर बेल और बीच में काम बना रहता है और जो तिकोना दोहर कर ओढ़ने के काम में लाया जाता है , मुसलमानी समय में इसे कमर में भी बाँधते थे
- पायजामे की काट में वह चौकोर कपड़ा जो दोनों मोहरियों की संधि में लगाया जाता है , मियानी
-
ठगों का रूमाल जिसके एक कोने में चाँदी का एक टुकड़ा बँधा रहता है
विशेष
. ठग आदि इसे आदमियों के गले में लपेटकर चाँदी के टुकड़े को उसके गले पर घाँटी के पास अँगूठे से इस प्रकार दबाते थे कि वह मर जाता था ।
रूमाल से संबंधित मुहावरे
रूमाल के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- हाथ-मुँह पोंछने का कपड़े का चौकोर टुकड़ा
रूमाल के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- हाथ-मुँह पोंछने का छोटा चौकोर कपड़ा
रूमाल के तुकांत शब्द
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