se.ngar meaning in braj
सेंगर के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
-
वृक्ष विशेष ; क्षत्रियों को जाति विशेष , राजपूत विशेष
उदाहरण
. सेंगर सपूती सों भरे जो युद्ध जुद्धन में लरे ।
सेंगर के हिंदी अर्थ
सैंगर
संज्ञा, पुल्लिंग
-
क्षत्रियों की एक जाति या शाखा
उदाहरण
. सेँगर सपूती सों भरे । जे सुद्ध जुद्धन में लरे । . कूरम, राठौर, गौड़, हाड़ा, चहुवान, मौर, तोमर, चँदेल, जादौ जंग जितवार हैं । पौरच, पुँडीर, परिहार और पँवार बैस, सेँगर, सिसोदिया, सुलंकी दितवार हैं । - एक पौधा जिसकी फलियों की तरकारी बनती है
- उक्त पौधे की फली
- इस पौधे की फली
- एक प्रकार का पौधा जिसकी फलियों की तरकारी बनती है
-
बबूल की फली या छीमी
विशेष
. ओषधिकार्य में भी इसका प्रयोग विहित है । अधिकतर यह भैंस, बकरी, ऊँट आदि को खाने को दी जाती है । ४ - एक प्रकार का अगहनी धान जिसका चावल बहुत दिनों तक रहता है
सेंगर के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- क्षत्रियों की एक उपजाति
सेंगर के बुंदेली अर्थ
सैंगर
संज्ञा, पुल्लिंग
- क्षत्रियों की एक उपजाति
संज्ञा, पुल्लिंग
- बबूल की फली, सेम, मूली की फली क्षत्रियों की एक जाति
सेंगर के तुकांत शब्द
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