सेसनाग

सेसनाग के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

सेसनाग के अवधी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शेषनाग

सेसनाग के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • 'शेषनाग'

सेसनाग के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शेषनाग

सेसनाग के मगही अर्थ

संज्ञा

  • शेषनाग, पुराणों के अनुसार एक हजार फनों वाला एक सर्प जिसके सर पर पृथ्वी ठहरी है, सहस्त्रीं फनों वाला नाग जिस पर विष्णु क्षीर सागर में शयन करते हैं

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