sok meaning in garhwali
सोक के गढ़वाली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- गम, प्रिय व्यक्ति की मृत्यु या वियोग के कारण मन में उठने वाली व्यथा, हृदय की पीड़ा, दुःख
Noun, Masculine
- mourning, grief.
सोक के हिंदी अर्थ
देशज ; संज्ञा, पुल्लिंग
- चारपाई बुनने के समय बुनावट में का वह छेद जिसमें से रस्सी या निवार निकाल कर कसते हैं
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
-
'शोक'
उदाहरण
. समन पाप संताप सोक के । प्रिय पालक परलोक लोक के ।
सोक के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएसोक के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- शोक
सोक के अवधी अर्थ
संज्ञा
- खाट की बिनावट का छेद
सोक के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- देखिए : 'सींक'
विशेषण
- छेददार , सूराखदार
पुल्लिंग
-
देखिए : 'शोक'
उदाहरण
. दरसन सुखी दुखी अति सोचति षट सुत सोक सुरति उर आवति। - चारपाई की बुनावट के छेद
सोक के मगही अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा
- देखिए : 'शोक'
सोक के मालवी अर्थ
विशेषण
- शोक, सौतन, सौत।
सोक के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
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