ughaT meaning in braj
उघट के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, अकर्मक, सकर्मक
-
उघारना, प्रकट करना
उदाहरण
. मधुर बेनु सु सब्द उघटत तत्त थेई थेई ताल । -
खुलना
उदाहरण
. पट उघटत खिन बदन । - किसी भूली हुई बात को उठाना
- ताना देना , व्यंग्य करना
-
ताल देना
उदाहरण
. जहाँ रसिक गिरिधर सब्द उघटत अग्र धुंग धुंग गति थोरी ।
उघट के तुकांत शब्द
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