uTh meaning in braj
उठ के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, अकर्मक
-
खड़ा होना; सोकर जागना
उदाहरण
. प्रात समैं श्री बल्लभ-सुत को उठतहि रसना लीजै नाम। -
नीचे से ऊपर जाना; ऊँचा होना; उमड़ना
उदाहरण
. उठ्यौ काहू भाँति धीर ओरनि अपूरब पै । -
काम का बन्द होना; खर्चा हो जाना , ८. फैलना , प्रसारित होना
उदाहरण
. कल करील की कुंज तें उठत अतर की बोइ । -
9.उत्पन्न होना
उदाहरण
. उहि असाढ़ उठ नूतन सघन घटा । - १०. उद्यत होना
अकर्मक क्रिया, अकर्मक
-
खड़ा होना; सोकर जागना
उदाहरण
. प्रात समैं श्री बल्लभ-सुत को उठतहि रसना लीजै नाम। -
नीचे से ऊपर जाना; ऊँचा होना; उमड़ना
उदाहरण
. उठ्यो काहू भाँति धीर ओरनि अपूरब पै । -
काम का बन्द होना; खर्चा हो जाना , ८. फैलना , प्रसारित होना
उदाहरण
. कल करील की कुंज तें उठत अतर की बोइ । -
उत्पन्न होना
उदाहरण
. उहि असाढ़ उठ नूतन सघन घटा । - १०. उद्यत होना
उठ के गढ़वाली अर्थ
क्रिया
- उठण (दे०) क्रिया का आज्ञार्थक रूप, उठने के लिए कहना
verb
- to cause to rise, imperative from of verb-to rise, to get up.
उठ के तुकांत शब्द
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