सेंत

सेंत के अर्थ :

सेंत के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शहद, मधु।

सेंत के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • कुछ व्यय का न होना , पास का कुछ न लगना , कुछ खर्च न होना
  • पु †समूह , राशि , ढेर

    उदाहरण
    . अपनो गाँव लेहु नँदरानी । बड़े बाप की बेटी तातें पूतहि भले पढ़ावति बानी । सुनु मैया याके गुन मोसों, इन मोंहि लियो बुलाई । दधि में परी सेँति की चींटी, मोतै सबै कढाई ।

  • बहुत सा , ढेर का ढेर , बहुत ज्यादा

    विशेष
    . सेँत में = (१) बिना कुछ दाम दिए । बिना कुछ खर्च किए । बिना मूल्य के । मुफ्त में । जैसे—यह घड़ी मुझे सेँत में मिल गई । (२) व्यर्थ । निष्प्रयोजन । फजूल । जैसे—क्यों सेँत में झगड़ा लेते हो । . यह मुहावरा पूरबी अवधी का है और बस्ती, गोंड़ा, फैजाबाद आदि जिलों में बोला जाता है ।

    उदाहरण
    . चलहु जु मिलि उनही पै जैए, जिन्ह तुम टोकन पंथ पठाए । सखा संग लीने जु सेँति की फिरत रैनि दिन बन में पाए । नाहिंन राज कंस को जान्यौ बाट रोकते फिरत पराये ।

सेंत से संबंधित मुहावरे

  • सेंत का

    जिसमें कुछ दाम न लगा हो , जो बिना मूल्य दिए मिले , जिसके मिलने में कुछ खर्च न हो , मुफ्त का जैसे—

सेंत के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • कुछ व्ययन होना, पास का कुछ न लगना

सेंत के बुंदेली अर्थ

क्रिया-विशेषण

  • मुफ्त में,

सेंत के ब्रज अर्थ

संतमेंत

विशेषण

  • मुफ़्त, बिना मूल्य

    उदाहरण
    . दधि में पड़ी सेंत की मोपं चीटी सबै कढ़ाई।

सेंत के मगही अर्थ

हिंदी ; संज्ञा

  • वह वस्तु, जिसपर अपने पास से कुछ नहीं लगा हो

सेँत के तुकांत शब्द

संपूर्ण देखिए

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा